: सोमवार, 09 दिसंबर 2024 08:18 पूर्वाह्न
जयपुर, . मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट एक कार्यक्रम नहीं बल्कि राजस्थान की औद्योगिक समृद्धि की आधारशिला है. राजस्थान में खनिज, प्राकृतिक गैस, पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा, ऑटोमोबाइल आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ और ‘के सपने को साकार करके देश और प्रदेश को आगे बढ़ाना है। ‘विकसित राजस्थान’.
शर्मा ने रविवार को एक बातचीत के दौरान भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सीआईआई ने राइजिंग राजस्थान समिट के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और निवेशकों और राज्य सरकार के बीच एक मजबूत पुल के रूप में भी काम किया है. अपने संगठनात्मक कौशल से उन्होंने इस शिखर सम्मेलन को एक ऐसा मंच बना दिया है जहां विचारों के आदान-प्रदान, साझेदारी और भविष्य के विकास की मजबूत नींव रखी जा रही है।
राजस्थान में निवेश कर निवेशक बढ़ाएंगे तरक्की-
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीआईआई के सहयोग एवं समर्थन से निवेशकों के लिए एक समृद्ध एवं परिपक्व मंच तैयार हुआ है। यह समिट राज्य सरकार के कार्यकाल के पहले वर्ष में आयोजित की जा रही है, ताकि निवेश प्रस्तावों को क्रियान्वित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि यह समिट प्रदेश में पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टमेंट मीट के रूप में भी आयोजित किया जा रहा है। इससे राजस्थान के उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिलने के साथ-साथ विभिन्न देशों के निवेशक राजस्थान में निवेश कर प्रगति को और बढ़ा सकेंगे।
राइजिंग राजस्थान में अब तक 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर—
शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट में अब तक 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं, जो राज्य में निवेशकों के अनूठे और नये विश्वास का प्रमाण है. उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए नीतिगत ढांचे में महत्वपूर्ण बदलाव किये गये हैं। कुछ समय पहले लॉन्च हुए RIPS 2024 के बाद 4 दिसंबर को नौ और पॉलिसियां लॉन्च की गई हैं।
राजस्थान की आर्थिक उन्नति के लिए व्यापक प्रयास किये जा रहे हैं-
शर्मा ने कहा कि राजस्थान की आर्थिक प्रगति के लिए 53 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें, 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे और ऊर्जा क्षेत्र में 5 साल में 30 गीगावॉट से 125 गीगावॉट के लक्ष्य को ध्यान में रखकर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही राज्य के कोने-कोने में पानी की पर्याप्त उपलब्धता के लिए व्यापक एवं महत्वाकांक्षी प्रयास शुरू किये गये हैं, जिसके परिणाम जल्द ही दिखाई देंगे।
राजस्थान का विकास, निवेश और रोजगार के नये युग में ले जाने का लक्ष्य-
मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल विकास, बुनियादी ढांचे, निवेश के लिए सकारात्मक माहौल, पारदर्शी प्रणाली, नवाचार और बदलती प्रौद्योगिकियों के साथ परिवर्तन के हर पहलू पर काम किया जा रहा है, ताकि राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत और स्थिर हो और साथ ही निवेशकों का विश्वास भी बढ़े। दृढ़ रहना। उन्होंने राजस्थान को विकास, निवेश और रोजगार के नए युग में ले जाने के लिए मिलकर काम करने और 5 साल में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के लक्ष्य को हासिल करने में योगदान देने का आह्वान किया।
नये औद्योगिक क्षेत्रों से उद्योगों को मिल रहा है बढ़ावा-
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पांच नये औद्योगिक क्षेत्र सत्तासर जिला-बीकानेर, बलरिया जिला-सवाई माधोपुर, जाटलाव जिला-सवाई माधोपुर, रामसर जिला-बाड़मेर तथा राजास जिला-नागौर का नाम श्री राम जानकी औद्योगिक क्षेत्र रखा गया है। भूखंडों के आवंटन के लिए खोला गया। . इसके साथ ही 8 और औद्योगिक क्षेत्र बिचून-जयपुर, दुब्बी-बिदरखा-सवाई माधोपुर, चाडुआल-आबूरोड, जाख-सेकेंड-जोधपुर, बाबई-झुंझुनू, गणेश्वर-सीकर, पालरा एक्सटेंशन-अजमेर और रामनगर थोब- की स्थापना का कार्य बालोतरा भी शुरू हो गया है। कर दिया है। इस अवसर पर भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन, अतिरिक्त मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय) शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव उद्योग अजिताभ शर्मा, संयुक्त सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय) सिद्धार्थ सिहाग, सीआईआई अध्यक्ष संजीव पुरी, उद्योगपति अनिल अग्रवाल, आर. मुकुंदन, राजीव मेमानी, दीपक शेट्टी, माधव सिंघानिया और अन्य उद्योगपति और सीआईआई के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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वेब शीर्षक-उभरते राजस्थान, उद्योगों को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय बाजार, निवेशक बनेंगे प्रगति में भागीदार- सीएम भजनलाल शर्मा