कोविड कॉल साल 2020 में सियापुर गांव में प्रगति का पड़ोसी अनुराग से प्रेम प्रसंग शुरू हुआ। चार साल के लंबे प्रेम संबंध में दौलत और शोहरत का रंग चढ़ा। इसके लिए प्रगति ने अपने जीजा के छोटे भाई दिलीप से नजदीकी बढ़ाई। यहां प्रगति व अनुराग का आपराधिक दिमाग खुद को सुरक्षित रख दिलीप को रास्ते से हटाने पर चल रहा था।

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प्रगति और अनुराग
– फोटो : अमर उजाला
आत्महत्या का रंग चढ़ाने की थी रणनीति
पुलिस ने गिरफ्तार प्रगति, उसके प्रेमी अनुराग व शूटर रामजी नागर से अलग-अलग व एक साथ पूछताछ की। इसमें उनके अपराध करने के तरीके को भी भांपा गया। प्रगति व अनुराग के बीच शादी से पहले ही दिलीप की हत्या को लेकर पटकथा की तैयारी बनाई जाने लगी थी। दिलीप को रास्ते से किस तरह से हटाया जाए। इसके लिए उन तरीकों को भी दोनों ने जानने की कोशिश की, जिससे दोनों स्वयं को सुरक्षित करते हुए दिलीप को रास्ते से हटा दें। इसके लिए दिलीप की हत्या को पहली प्राथमिकता में हादसा तो दूसरी में आत्महत्या का रंग चढ़ाने की रणनीति बनाई थी। आत्महत्या के लिए जहर देकर मारने की भी तैयारी थी, लेकिन इस तरीके में उन्हें पोल खुलने की संभावना नजर आ रही थी। शादी के बाद शूटरों के संपर्क में आने के बाद अनुराग ने हादसे को प्राथमिकता दी थी। शूटरों का मनतव्य भी दोनों ने लिया था। इसके लिए सड़क किनारे किसी सुनसान जगह पर उसके सिर पर गहरी चोटें देने की तैयारी बनाई थी। तीन शूटरों ने इसकी जिम्मेदारी ले ली।

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प्रगति और दिलीप
– फोटो : अमर उजाला
गोली मारने से पहले तमंचे के बट से सिर पर किया हमला
क्राइम सीन के तहत अनुराग ने शूटरों को बेला में दिलीप की पहचान कराई। इसके बाद शूटरों ने बेला से कुछ आगे दिलीप को यह कहकर बुलाया कि नहर पर बिजली के खंभे रखे जाने हैं। हाइड्रा से कितनी लागत आएगी। इस पर एक शूटर उसे जगह दिखाने के लिए पलिया के पास नहर किनारे ले गया। रास्ते में बारी-बारी दो अन्य शूटरों को भी साथी बताकर बाइक पर बैठा लिया। नहर किनारे सुनसान जगह पर ले जाकर तीनों शूटरों ने दिलीप को बेरहमी से सिर के पिछले हिस्से पर मारना शुरू कर दिया। तमंचे की बट मारते हुए लहूलुहान कर दिया, लेकिन दिलीप का साहस डगमगाता न देख शूटरों का साहस जवाब दे गया।

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औरेया हत्याकांड
– फोटो : अमर उजाला
गोली मार कर दी गलती
इस पर होश गंवाते हुए एक शूटर ने दिलीप के सिर के पिछले हिस्से में गोली मार दी थी। 19 मार्च को जब सड़क किनारे दिलीप बेसुध अवस्था में खून से लथपथ मिला तो पुलिस से लेकर ग्रामीण हादसे का ही अंदेशा जता रहे थे। बड़े ही शातिर ढंग से अंजाम दी गई इस वारदात में गोली मारने की गलती ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। मौत के बाद हुए पोस्टमार्टम में 10 घाव व सीटी स्कैन में गोली लगने की बात उभरकर सामने आ गई। हत्या पर हादसे का रंग चढ़ाने का प्रयास यहां नाकाफी रहा। प्रेमी-प्रेमिका से लेकर शूटरों का शातिर दिमाग यहां पर फेल हो गया।

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Auraiya Murder
– फोटो : अमर उजाला
आत्महत्या का रंग देने के लिए बिना मर्जी के शादी कराने की बनाई जाती कहानी
हाइड्रा चालक दिलीप के हत्याकांड के खुलासे के बाद जिस तरह से प्रगति ने परिजनों पर बिना मर्जी के शादी कराने का आरोप मढ़ा। इधर-उधर के तमाम आरोप तयशुदा बताए गए। हादसा व आत्महत्या की कहानी को लेकर भी प्रगति ने इसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप की कहानी पहले से ही गढ़ ली थी।