इस मार्ग से जयपुर, दौसा, थानागाजी, लक्ष्मणगढ़, महुआ आदि स्थानों पर वाहन जाते हैं। मालाखेड़ा व रैणी से भी लोग आते-जाते हैं। यह मार्ग दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर जाने के लिए पिनान को भी जोड़ता है।
नया एक्सप्रेसवे: राजस्थान में अलवर-राजगढ़ मार्ग को चार लेन में तब्दील किया जाएगा। 40 मिनट में यात्रा पूरी होगी. पीडब्ल्यूडी ने एक योजना बनाई है। यह सड़क चार लेन की होगी. फोरलेन सड़क बनने के बाद अलवर से राजगढ़ तक का सफर 70 मिनट की जगह 40 मिनट में पूरा होगा. अलवर-राजगढ़ मार्ग से प्रतिदिन 5 लाख से अधिक छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन माही लाल के अनुसार अलवर-राजगढ़ मार्ग को फोरलेन बनाने पर विचार किया जा रहा है। वाहनों का भार अधिक होता है और दुर्घटनाएं भी होती हैं। उच्च अधिकारियों की मंजूरी के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
गौरतलब है कि इसी मार्ग पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। इसे ध्यान में रखते हुए पीडब्ल्यूडी ने सड़क सुरक्षा अभियान के तहत इस मार्ग को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए यह योजना बनाई है। इस मार्ग से जयपुर, दौसा, थानागाजी, लक्ष्मणगढ़, महुआ आदि स्थानों पर वाहन जाते हैं। मालाखेड़ा, रैणी से भी लोग आते-जाते हैं। यह मार्ग दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर जाने के लिए पिनान को भी जोड़ता है। फिलहाल 40 किमी लंबे इस रूट पर 15 से ज्यादा स्पीड ब्रेकर हैं। यह दो लेन की सड़क है. वाहनों का भार अधिक है. इसे पैदल पार करने के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है।
सड़क सुरक्षा अभियान के तहत पीडब्ल्यूडी को सड़कों को दुर्घटना मुक्त बनाने का लक्ष्य मिला है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस रूट का चयन किया गया है. इस मार्ग की डीपीआर पीडब्ल्यूडी तैयार करेगा। विभागीय स्वीकृति के बाद फोरलेन का निर्माण कराया जायेगा. जमीन अधिग्रहण की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ेगी. सड़क के दोनों ओर खाली जगह है.