अमित शाह ने किया ऐलान, AIADMK और BJP मिलकर लड़ेंगे चुनाव, कौन हैं ‘गुड़ पलानीस्वामी’ जो तमिलनाडु में होंगे NDA के खेवनहार


नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। तमिलनाडु में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दल सियासी पिच पर उतरकर जीत-हार के लिए रणनीति बनाने में जुटे हैं। इसी कड़ी में गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को तमिलनाडु विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी और एआईएडीएमके साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव में एनडीए का नेतृत्व के पलानीस्वामी करेंगे। इनसब के बीच बीजेपी ने तमिलनाडु के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की भी घोषणा कर दी। बीजेपी ने तमिलनाडु में नयनार नागेंद्र को राज्य की कमान सौंपी है।

गृहमंत्री अमित शाह ने 2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा एआईएडीएमके और बीजेपी नेताओं ने फैसला किया है कि वह चुनाव मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि ये चुनाव राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी के नेतृत्व में और राज्य स्तर पर एआईएडीएमके नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी के नेतृत्व में लड़े जाएंगे। अमित शाह ने कहा कि एआईएडीएमके की तरफ से गठबंधन को लेकर कोई शर्त नहीं रखी गई।

अमित शाह ने यह भी कहा कि एआईएडीएमके 1998 से एनडीए का हिस्सा रही है। पीएम मोदी और पूर्व सीएम और एआईएडीएमके प्रमुख जे जयललिता ने अतीत में एक साथ काम किया था। उन्होंने बताया कि एआईएडीएमके और बीजेपी का रिश्ता पुराना है। बीजेपी और एआईएडीएमके मिलकर द्रमुक सरकार को उखाड़ फेकेंगे। अमित शाह ने कहा कि तमिलनाडु में जनता परिवर्तन का मन बना चुकी है और यहां भी एनडीए की सरकार बनने जा रही है।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि सनातन और भाषा का मुद्दा डीएमके उठा रही है, वो ध्यान भटकाने के लिए ये काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम डीएमके सरकार के भ्रष्टाचार को उजाकर करेंगे। डीएमके सरकार ने 39000 करोड़ का घोटाला किया है, इसमें शराब घोटाला, मनरेगा घोटाला शामिल है। तमिलनाडु की जनता स्टालिन और उदयनिधि को कभी माफ नहीं करेगी। डीएमके नीट और परिसीमन का मुद्दा भी ध्यान भटकाने के लिए खड़ा कर रही है। जरूरत पड़ने पर एनडीए तमिलनाडु में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाएगी।

अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार तमिल भाषा, तमिल संस्कृति पर गर्व करती है। मोदी सरकार ने पार्लियामेंट में सेंगोल स्थापित किया। पीएम मोदी ने काशी तमिल संगम और सौराष्ट्र तमिल संगम शुरू किया। अमित शाह ने दो टूक शब्दों में कहा कि एनडीए तमिलनाडु में पलानीस्वामी के नेत्त्व में चुनाव लड़ेगी। वह ही एनडीए के खेवनहार होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्तर पर पलानीस्वामी तमिलनाडु में एनडीए को मजबूत करेंगे।

ऐसे में हम आपको पलानीस्वामी के बारे में बताते हैं। 2016 में जब एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता का निधन हुआ तब शशिकला की मदद से वह राज्य के मुख्यमंत्री बने। हालांकि इसके बाद शशिकला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और उन्हें जेल जाना पड़ा, इसके बाद अपने विरोधी पन्नीर सेल्वम के साथ मिलकर पलानीस्वामी ने शशिकला और उनके भतीजे को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

12 मई 1954 को तमिलनाडु के नेदुनगुलाम में जन्में पलानीस्वामी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1974 में एआईएडीएमके के साथ की। पलानीस्वामी ने 1989,1991,2011 और 2016 विधानसभा चुनावों में तमिलनाडु के इडापड्डी सीट से जीत दर्ज की थी। इसके साथ ही वह मुख्यमंत्री बनने से पहले जयललिता सरकार में राजमार्ग और लघु बंदरगाह मंत्री भी रहे हैं। इसके बाद यह मई 2016 से फरवरी 2017 तक पलानीस्वामी तमिलनाडु सरकार में मंत्री भी रहे हैं।

पलानीस्वामी के बारे में यह बहुत कम ही लोग जानते हैं कि वह एक राजनीतिक व्यक्ति होने के साथ-साथ गुड़ के व्यापारी भी हुआ करते थे। उनके गुड़ के व्यापार के चलते उन्हें ‘गुड़ पलानीस्वामी’ भी कहा जाता है। हालांकि उनका यह व्यापार उनके राजनीति में आने से पहले का था, वह अब भी यह व्यापार करते हैं। इसके बारे में ज्यादा कुछ जानकारी मौजूद नहीं है। पलानीस्वामी की छवि बेदाग नेताओं में हैं और इन्हें अमित शाह का करीबी भी बताया जाता है।



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