इस विरासत क्लॉक टॉवर सर्कल का नाम बदलने का कोई तरीका नहीं – मैसूर का सितारा


महोदय,

ऐसा लगता है, आजकल मैसूरु में विरासत सड़कों और मंडलों के नाम अपनी इच्छानुसार बदलना लोगों की आदत बन गई है।

हाल ही में जब मैं वहां से गुजर रहा था तो मैंने मैसूर का हेरिटेज क्लॉक टावर देखा, यानी सिल्वर जुबली क्लॉक टावर (बड़ा क्लॉक टावर) सर्कल का नाम बदलकर श्री महावीर सर्कल कर दिया गया है (पट्टिका देखें)।

जब स्थानीय विधायक और कुछ अन्य लोग एक सड़क का नाम सीएम सिद्धारमैया के नाम पर रखने पर आमादा हैं, तो लोगों के एक अन्य समूह ने चुपचाप बिग क्लॉक टॉवर सर्कल का नाम बदलकर श्री महावीर सर्कल कर दिया है।

मुझे नहीं पता कि मैसूर सिटी कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने हेरिटेज सर्कल का नाम बदलने की अनुमति कैसे दे दी है, जबकि उन्हें हेरिटेज संरचना के ढह गए/जीर्ण हिस्सों के नवीनीकरण को पूरा करने में इतने साल लग रहे हैं?

– गिरीश मैसूर श्रीनिवास, मैसूरु, 12.1.2025

नोट: हमारे शहर में इस तरह की घटनाओं का कारण प्रशासन की लापरवाही और लोगों में कानून का डर न होना है. एमसीसी को समझौता नहीं करना चाहिए और इस तरह के अनधिकृत नाम बोर्डों को हटाकर कार्रवाई करनी चाहिए। —एड

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