किसी से बात नहीं कर रही छोटी बहन
छोटी बहन पप्पी ही घर में अकेली है। अपने भाई की गिरफ्तारी और पिता की फरारी से वह भी दहशत में है। वह किसी से बात नहीं कर रही है। बुधवार को गांव में चर्चा रही कि इसका रिश्ते का एक भाई ब्लॉक भाग्यनगर की ही एक ग्राम पंचायत का प्रधान है। वह भी आपराधिक प्रवृत्ति का बताया जा रहा है। प्रधान का छोटा भाई भी अपराधी किस्म का है। अनुराग और उसका मौसेरा भाई ग्राम प्रधान और उसका छोटा भाई घटना से दो दिन पहले और बाद में सियापुर में देखे गए हैं।
परिवार का दावा- प्रगति के रुपये और जेवर सुरक्षित, शूटर को कहां से दी सुपारी?
दिलीप की हत्या की आरोपी उसकी पत्नी प्रगति के शूटर को पैसा देने की बात गांव के लोगों के गले नहीं उतर रही है। प्रगति के बड़े भाई आलोक यादव ने बताया कि जयमाल और मुंह दिखाई में लगभग 32 हजार रुपये बहन को मिला था। उसमें से लगभग 25 हजार रुपया सुरक्षित रखा है। वहीं ससुराल और मायके पक्ष के और चढ़ावे के अधिकतर जेवर भी सुरक्षित हैं। अगर बहन ने सुपारी का पैसा दिया तो कहां से लेकर दिया, इसका पता नहीं चला है। भाई ने यह भी बताया कि अनुराग से उनके परिवार का कोई संबंध नहीं था और न ही प्रगति की शादी में उनके परिवार को निमंत्रण दिया था।
मीडिया का जमावड़ा, रोज एक नई कहानी
गांव सियापुर में घटना के बाद से सन्नाटा छाया हुआ है। ग्रामीण अपने घरों से निकलने में घबरा रहे हैं। मीडिया का जमावड़ा देख गांव के लोग कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। ग्रामीणों में चर्चा है कि लड़की पक्ष के लोग बेहद सीधे-साधे हैं और आरोपी युवक खासा दबंग किस्म का बताया जा रहा है। उसके पास क्षेत्र के आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का आना-जाना था। चर्चा है कि भले ही आरोपी युवक जेल पहुंच गया हो, लेकिन कोई भी बोलने से कतरा रहा है।