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जम्मू, 7 मार्च: स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री, सेकेना इटू, ने आज सदन को सूचित किया कि कैंसर का पता लगाने और उपचार के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा जम्मू और कश्मीर में अपग्रेड किया जा रहा है।
मंत्री विधान सभा में तनवीर सादिक के एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री के अनुसार, कश्मीर डिवीजन में 50551 मामले और जम्मू डिवीजन में 13912 मामलों को 2018-2024 के बीच पंजीकृत किया गया था। उन्होंने कहा कि सालाना 2 प्रतिशत से 3 प्रतिशत मामले में वृद्धि भी देखी जा रही है।
मंत्री ने बताया कि J & K में कैंसर के रोगियों को स्किम्स श्रीनगर और GMC, JAMMU में विशेष उपचार दिया जाता है, जिसमें विकिरण ऑन्कोलॉजी, क्रिटिकल केयर ICU, Nuero ICU, CVTS ICU, फुफ्फुसीय ICU और PEDIATRIC ICU शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज, जम्मू वर्तमान में ओपीडी सेवाएं, कीमोथेरेपी, पीईटी सीटी स्कैन प्रदान कर रहे हैं। कैंसर के रोगियों को ब्रैकीथेरेपी, रेडियोलॉजी टेस्ट, डिजिटल रेडियोग्राफी और कोलेटकोपी।
मंत्री ने कहा कि स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट स्किम्स SORA में कार्यात्मक है, जिसे 5 दिसंबर, 2020 को कमीशन किया गया था और इन-रोगियों के लिए मेडिकल ऑन्कोलॉजी के रोगियों, क्लिनिकल हेमटोलॉजी और विकिरण ऑन्कोलॉजी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी और विकिरण ऑन्कोलॉजी के लिए घरों की देखभाल की सुविधा है।
उन्होंने आगे कहा कि स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट की तीसरी मंजिल, स्किम्स अस्थि मज्जा ट्रांसप्लांट सुविधा को स्थानांतरित करने के लिए तैयार है और इस संबंध में जनशक्ति की भर्ती चल रही है। उन्होंने कहा कि कैंसर के रोगियों के लिए समर्पित ऑपरेशन थियेटर को स्किम्स सोरा में संचालित किया जा रहा है, जो जल्द ही तैयार हो जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट, जम्मू में तीन ऑपरेशन थिएटर और 10 बेडेड आईसीयू पर काम पूरा होने के करीब है और मार्च, 2025 के अंत तक पूरा होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि कैंसर की देखभाल को विकेंद्रीकृत करने के प्रयास पर हैं जो पहले से ही जिला दिवस केंद्रों में कीमोथेरेपी होने के माध्यम से काफी हद तक पूरा हो चुके हैं।
मंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने पहले ही जम्मू और कश्मीर के सभी 20 जिलों में कैंसर देखभाल की स्थापना करके कैंसर के उपचार को विकेंद्रीकृत करने की पहल की है।