डिग्री किसी और की, उसमें भी फेल, फिर भी मिल गई टीचर


Maharajganj : जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग में कूटरचित तरीके से प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी कर रही सदर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पड़री बुजुर्ग में तैनात महिला शिक्षिका सुमन यादव को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया है। आरोपित शिक्षिका पिछले आठ वर्ष से किसी दूसरे के नाम की वह भी फेल डिग्री को कूटरचित तरीके से प्रयोग कर नौकरी कर रही थी। बर्खास्तगी के साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मुकदमा भी दर्ज कराने का निर्देश दिया है।

महिला 8 साल से कर रही थी नौकरी

मदनमोहन मालवीय इंजीनियरिंग कालेज रोड, कूड़ाघाट गोरखपुर की रहने वाली शिक्षिका सुमन यादव की नियुक्ति 19 मई 2016 को हुई थी। नियुक्ति के बाद जिले के मिठौरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय विजयनगर बेलभरिया में पहली तैनाती हुई थी। बाद में स्थानांतरण के बाद सुमन सदर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पड़री बुजुर्ग में तैनात हो गई थी।

शिकायत के बाद हुआ पर्दाफाश

पिछले दिनों भिटौली थाना क्षेत्र के भैंसी गांव निवासी राजेश्वर पटेल ने इनकी नियुक्ति पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया था, कि आरोपित शिक्षिका जिस टीईटी के प्रमाणपत्र पर नौकरी कर रहीं हैं, वह प्रमाणपत्र उनका नहीं है, रोल नंबर से जांचने पर वह प्रमाणपत्र किसी उषा सैनी के नाम से दर्ज दिखा रहा है, इतना ही नहीं जिस रोल नंबर का प्रमाणपत्र फाइल में लगा हुआ है, वह उसमें फेल हैं, बावजूद इसके बीएसए आफिस के बाबुओं की मिलीभगत से आरोपित शिक्षिका को नियुक्ति दे दी गई है।

विभागीय जांच में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा

राजेश्वर पटेल ने पूरे मामले में जांच कराकर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता ने मामले में जांच कराई। जांच के बाद मामला सही पाए जाने पर आरोपित शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया है।

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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता ने बताया कि कूटरचित व दूसरे के नाम से टीईटी का प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी करने के मामले में सहायक अध्यापिका सुमन यादव को बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी को प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।

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