प्राइवेट या पब्लिक, नमाज पढ़ने पर बार-बार एक्शन
बरेली में सामने आया यह मामला ऐसा अकेला मामला नहीं है. प्राइवेट प्रॉपर्टी से लेकर पब्लिक प्लेस पर नमाज पढ़ने पर मुसलमानों को गिरफ्तार किए जाने के कई मामले सामने आए हैं.
17 जून 2024– उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में सरकारी जमीन पर नमाज अदा करने का वीडियो वायरल होने के बाद 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार होने वालों में नौ मुस्लिम पुरुष और दो हिंदू पुरुष शामिल थे.
8 मार्च 2024– दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर मनोज कुमार तोमर को उत्तरी दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में सड़क पर शुक्रवार की नमाज पढ़ रहे नमाजियों को लात मारते देखा गया था.
23 मार्च 2023– मुरादाबाद में एक निजी गोदाम में तरावीह की नमाज पढ़ने पर हिंदू संगठनों के विरोध के बाद पुलिस ने मुस्लिम पक्ष को 5–5 लाख का नोटिस थमा दिया.
14 जुलाई 2022– लखनऊ के लूलू मॉल में आठ लोगों को नमाज पढ़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार लोगों के परिजनों ने यह दावा किया था कि उन्होंने नमाज पढ़ने से पहले सिक्योरिटी गार्ड से परमिशन मांगी थी.
21 जुलाई 2022– हरिद्वार में सार्वजनिक रूप से नमाज पढ़ने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया. कुछ घंटों बाद उन्हें जमानत दे दी गई.
25 मई 2022– आगरा में ताज महल परिसर में स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने के आरोप में चार पर्यटकों को गिरफ्तार किया गया. ताज महल में केवल शुक्रवार को आस-पास के इलाकों में रहने वाले मुस्लिम कार्डहोल्डर्स को नमाज अदा करने के लिए प्रवेश की अनुमति है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार, ताज महल मस्जिद में किसी अन्य दिन नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं है.