Bhopal (Madhya Pradesh): राज्य की राजधानी भोपाल में एक मुस्लिम ऑटोरिक्शा चालक को दो बाइक सवारों ने बीच सड़क पर रोक लिया और उसके साथ मारपीट की। दोनों बदमाशों ने उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की।
शुक्रवार को ड्राइवर अपने ऑटोरिक्शा में परिवार को लेकर नर्मदा अस्पताल से लौट रहा था। दो बाइक सवारों ने उसे रोका और पूछने लगे कि कहां जा रहे हो। जब ड्राइवर ने बताने से इनकार कर दिया तो बदमाशों ने उसे धार्मिक गालियां दीं और पीटना शुरू कर दिया। राहगीर ने हस्तक्षेप किया और निर्दोष ऑटोरिक्शा चालक को बचाया।
पीड़ित ड्राइवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर nd_news_bhopal द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में पूरी आपबीती सुनाई।
‘राहगीर ने मुझे बचा लिया, नहीं तो मैं मर जाता’
वीडियो में ऑटोरिक्शा चालक ने कहा कि वह अपनी पत्नी और परिवार की अन्य महिला सदस्यों को अपनी बीमार मां से मिलवाने के लिए शुक्रवार को 10 नंबर मार्केट के पास स्थित नर्मदा अस्पताल ले गया। वे शाम को घर लौट रहे थे तभी दो युवक बाइक पर आए और उसे रोक लिया। वे पूछने लगे कि वह महिलाओं को कहां ले जा रहा है। जिस पर ड्राइवर ने कहा, “तुझे क्यू बताउ कहा ले कर जा रहा हूं?” (जब हम जा रहे हैं तो मुझे आपको क्यों बताना चाहिए?”
“उन्होंने धार्मिक अपशब्दों ‘कैट** का प्रयोग करते हुए मुझ पर गालियां दीं। फिर उन्होंने मेरी पत्नी के सामने मुझे पीटना शुरू कर दिया और परिवार के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने मेरे ऑटो का शीशा भी तोड़ दिया।
ड्राइवर ने कहा, “सौभाग्य से, राहगीरों ने हस्तक्षेप किया और मुझे बचा लिया, अन्यथा वे मुझे यहीं मार देते।”