कानपुर ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले आईटी विभाग ने कानपुर से लेकर कन्नौज में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। इनमें से कई समाजवादी पार्टी से जुड़े नेता था। कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पर भी छापा मारा गया था। कारोबारी के घर से करोड़ों की नकद रकम बरामद हुई है। कुछ ऐसा ही नजारा देखबार फिर देखने को मिला। कन्नौज के नामी इत्र कारोबारी मनोज दीक्षित और उनके भाइयों के ठिकानों प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), इनकम टैक्स (आईटी) व जीएसटी की टीम छापेमारी कर रही है। बुधवार को जब जांच अधिकारी इत्र कारोबारियों के घर पर पहुंचे तो परिवार ने गेट नहीं खोला। इसके बाद अधिकारी दिवार फांद कर अंदर गए। बताया जा रहा हे दीक्षित परिवार के संबंध अखिलेश यादव से हैं। मनोज दीक्षित सपा से जुड़े हुए हैं।
जांच एजेंसियों की कार्रवाई जारी
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में इनकम टैक्स विभाग, प्रवर्तन निदेशालय ओर GST की कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में जांच एजेंसियां कन्नौज के सपा नेता मनोज दीक्षित और उनके भाईयों के घर पर पहुंची। मनोज दीक्षित का गेट अंदर से बंद था। अधिकारियों ने गेट खोलने को कहा। लेकिन मनोज दीक्षित के परिवारवालों ने गेट नहीं खोला। जिसके कारण अधिकारी दिवार फांड कर अंदर दाखिल हुए। गेट में जड़ा ताला खोला और छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। बताया जा रहा है कि सपा नेता के घर और ठिकानों से करोड़ों की कर चोरी पकड़ी गई है। फिलहान तीनों जांच एजेंसियों की कार्रवाई जारी है। इत्र कारोबारी मनोज दीक्षित समाजवादी पार्टी के नेता हैं। इसके साथ ही वह समाजवादी पार्टी के सुप्रीमों अखिलेश यादव के करीबियों में गिने जाते हैं।
सुब्रत पाठक को लेकर दिया था विवादित बयान
मनोज दीक्षित ने राजनीति में किस्मत आजमाने के लिए राष्ट्रीय क्रांति पार्टी के टिकट से छिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, हालांकि वह हार गए। हार के बाद मनोज दीक्षित ने समाजवादी पार्टी का दामन पकड़ लिया। वह अखिलेश यादव के करीबियों में गिने जाने लगे। समाजवादी पार्टी ने उन्हें प्रदेश सचिव का पद दे दिया। जिसके बाद से वह लगातार सपा में सक्रिय हैं। 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान मनोज दीक्षित ने कन्नौज में अखिलेश यादव के मंच से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने भाजपा सांसद के टुकड़े-टुकड़े कराने की बात मंच से कही थी। तब से मनोज दीक्षित और पूर्व सांसद सुब्रत पाठक में खींचतान चली आ रही है।
चंद्रवली एंड संस नाम से इत्र की फर्म
मनोज दीक्षित का परिवार कन्नौज के बड़े कारोबारियों में से एक हैं। सरायमीरा-कन्नौज रोड स्थित अशोक नगर में इत्र फर्म चंद्रवली एंड संस नाम से इत्र की फर्म है। यहां सुबह करीब 7 बजे आईटी और जीएसटी की टीम पहुंची। एक ही कैंपस में 6 भाइयों सुबोध दीक्षित, अतुल, मनोज, विपिन, राम, श्याम का घर और कारखाना है। इत्र कारोबारी सुबोध और उनके भाइयों के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग को गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इसके बाद टीम ने कार्रवाई की। इत्र कारोबारियों के 26 कोल्ड स्टोरेज, 5 स्कूल (इंस्टीट्यूट) और 3 होटलों की जांच अधिकारी पड़ताल कर रहे हैं। इसके अलावा उड़ीसा में भी प्रॉपर्टी से संबंधित पत्रावलियां खंगाली जा रही हैं। हालांकि अधिकारियों ने किसी प्रकार की जानकारी देने से इंकार कर दिया है।
चंद्रवली एंड संस की कहानी तीन पीढ़ी पुरानी
इत्र फर्म चंद्रवली एंड संस की कहानी तीन पीढ़ी पुरानी है। इसकी शुरुआत ठठिया थाना क्षेत्र के होलेपुर गांव निवासी किसान के बेटे पंडित चंद्रवली ने की थी। उन्होंने कड़ी मेहनत के बलबूते कन्नौज के बड़े इत्र कारोबारियों से प्रतिस्पर्धा की और खुद का नाम कन्नौज के गिने-चुने इत्र कारोबारियों में शुमार कराया। इसके बाद उनके बेटे वीरेंद्र दीक्षित ने पिता की विरासत को संभाला और कई गुना ज्यादा कारोबार बढ़ा दिया। तीसरी पीढ़ी में वीरेंद्र दीक्षित के 6 बेटे सुबोध दीक्षित, अतुल दीक्षित, मनोज दीक्षित, विपिन दीक्षित, राम दीक्षित और श्याम दीक्षित दीक्षित ने व्यापार को आगे बढ़ाया। हालांकि तीसरी पीढ़ी कारोबार के साथ ही साथ राजनीति में भी सक्रिय रही।
राजनीतिक पार्टियों से अच्छे संबंध
मनोज के भाई सुबोध के परिवार का सभी राजनीतिक पार्टियों से अच्छे संबंध हैं। उनके एक भाई विपिन समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण के करीबी हैं। इसके अलावा, राम दीक्षित के बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक से अच्छे संबंध हैं। सुबोध दीक्षित की पत्नी उमा दीक्षित ने पिछले साल कन्नौज नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था। उमा ने बीजेपी की ओर से दावेदारी पेश की थी। हालांकि, उन्हें बसपा प्रत्याशी कौसरजहां अंसारी ने हरा दिया था। सूत्र बताते हैं के इत्र कारोबरी मनोज दक्षित के घर से जांच एजेंसियों को कर चोरी के पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं। फिलहाल कार्रवाई जारी है।
। पार्टी (टी) अखिलेश यादव (टी) इट रेड (टी) एड छापे (टी) जीएसटी छापे (टी) यूपी न्यूज़ (टी) यूपी हिंदी समाचार (टी) उत्तर प्रदेश समाचार (टी) उत्तर प्रदेश समाचार
Source link