उत्तर प्रदेश समाचार डेस्क हरियाणा की रीनू संधू अखिल भारतीय प्राइज मनी इंदिरा मैराथन के 39वें संस्करण में एक बार फिर चैंपियन बनने के इरादे से उतरेंगी। पिछले साल उन्होंने पहले प्रयास में ही महिला वर्ग का खिताब जीता था. हालांकि पुरुष वर्ग में नया विजेता बनने की पूरी कोशिश है. आशा है. कारण यह है कि सेना के पिछले चैंपियन जसवन्त सिंह बघेल को लेकर देर रात तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी थी। इस बार भी पुरुष वर्ग में मुकाबला आर्मी धावकों के बीच ही होने की संभावना है. यह व्यक्त किया जा रहा है.
42.195 किलोमीटर की इस प्रतिष्ठित दौड़ में हिस्सा लेने के लिए सेना के कई धावक सुबह ही प्रयागराज पहुंच गए हैं। उनमें से कुछ ने शाम को मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में वार्मअप किया। पिछले साल तीसरे स्थान पर रहे प्रयागराज निवासी अनिल कुमार इस बार विजेता बनेंगे। कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. इनके अलावा हैदराबाद के योगेश, पुणे के नदीम, केरल के नाजिम, कर्नाटक के परशु, महाराष्ट्र के शिवम राम और उमेश शामिल हैं। मोहन को भी प्रबल दावेदार माना जा रहा है. प्रयागराज में तैनात प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी अनुभव सिंह को भी दौड़ते हुए देखा जा सकता है. महिला वर्ग में रीनू के अलावा केरल की आशा टीपी, देहरादून की गुड़िया और हरियाणा की सोनिका बेहतर तैयारी के साथ संगमनगरी आई हैं। देर रात तक पुरुष वर्ग में 229 और महिला वर्ग में 60 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं।
तीन स्थानों पर हो सकती है दिक्कत: मैराथन रूट में मजार चौराहा, म्योराबाद चौराहा और बैरहना में धावकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इन तीनों स्थानों पर सड़क बेहद खराब है। खेल कार्यालय ने तीनों स्थानों की मरम्मत का अनुरोध किया है. किया भी लेकिन देर रात तक कोई सुधार नजर नहीं आया।
इन मार्गों से धावक गुजरेंगे
दौड़ आनंद भवन से शुरू होकर बाबा मजार, एमएनएनआईटी गेट, कोल्ड स्टोर, पुलिस लाइन, राणा प्रताप चौराहा, धोबीघाट चौराहा, इंदिरा गांधी चौराहा, हाईकोर्ट, एमजी मार्ग, बैरहना, न्यू नैनी ब्रिज, रीवां रोड तक जाएगी और वहां से वापस आएगी। दांदूपुर में भारत पेट्रोल पंप। नया नैनी पुल बैरहना, एमजी मार्ग, हनुमान मंदिर चौराहा होते हुए मदन मोहन मालवीय स्टेडियम पर समाप्त होगा।
इलाहाबाद न्यूज़ डेस्क