लखनऊ, अमृत विचार। नवरात्रि रविवार 30 मार्च से शुरू होती है। माता मंदिरों में अनुष्ठान और पूजा की गई। इस बार माँ दुर्गा का आगमन हाथी होगा। पुजारियों के अनुसार, इसे बहुत शुभ माना जाता है। बदी काली मंदिर, शास्त्री नगर दुर्गा जी मंदिर, माता पितम्बरा पीठ, चंद्रिका देवी, नादान महल रोड, खजुहा दुर्गा-काली मंदिर, चराही तिरहा माता मंदिर, गनेशगानज, अमिनाबद, यिहगानज, यिहगानज में कई प्रतिष्ठित मंदिरों में शहर के कई प्रतिष्ठित मंदिर हैं। मंदिर परिसर के बाहर और बाहर महिलाओं और पुरुष भक्तों के लिए बैरिकेडिंग स्थापित की गई है। परिसर के बाहर, पूजा सामग्री, फूलों और नारियल आदि की दुकानों को सजाया जाता है जहां बहुत सारी खरीदारी होती है।
समय
घाट की स्थापना को रविवार को सुबह 05:59 बजे से सुपीरियर माना जाता है, सुबह 10:07 बजे और अभिजीत मुहूर्ता को दिन में सुबह 11:46 बजे से 12:36 तक बेहतर माना जाता है। हिंदू नव वर्ष विक्रम समवत 2082 चैती नवरात्रि से ही शुरू होगा। शक्ति की पूजा प्रातिपदा से चैती महीने के नवमी तक की जाती है। इस बार चैती नवरात्रि रविवार 30 मार्च से शुरू हो रही है, जो 6 अप्रैल रविवार को समाप्त होगी। चैती नवरात्रि 8 दिन होंगे, त्रितिया तीथी क्षय हो रही है। माँ के आगमन को बहुत शुभ माना जाता है। लोगों के घरों में खुशी और समृद्धि होगी और यह साल भी एक अच्छी फसल होगी। बारिश अच्छी होगी।
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