हांगकांग में मनोभ्रंश से पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए समर्पित विशेषज्ञों और समूहों ने हाल ही में इस बीमारी से पीड़ित लोगों की त्रासदियों के मद्देनजर पीड़ितों को लापता होने से बचाने के लिए अधिक सामुदायिक और तकनीकी सहायता का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट ट्रैकिंग डिवाइस जैसी प्रौद्योगिकियां मनोभ्रंश रोगियों को खो जाने से बचाने के लिए एक तेजी से उपयोगी उपकरण बन गई हैं, उन्होंने अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए और अधिक संसाधनों की मांग की है।
पोस्ट में पाया गया कि अगस्त और इस महीने के बीच मीडिया और अधिकारियों द्वारा मनोभ्रंश से पीड़ित कम से कम चार बुजुर्ग निवासियों के लापता होने की सूचना दी गई थी।
हाल की त्रासदियों में एक 72 वर्षीय पाकिस्तानी व्यक्ति से जुड़ा मामला था, जो छह दिनों तक लापता रहने के बाद इस महीने की शुरुआत में तुएन मुन रोड के बगल में मृत पाया गया था। एक सूत्र ने बताया कि उन्हें डिमेंशिया है।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह व्यक्ति निकटवर्ती 30-मीटर (98-फुट) ढलान से गिरा होगा और किसी कठोर वस्तु से टकराया होगा।
पोस्ट में यह भी पाया गया कि 2023 में मीडिया और अधिकारियों द्वारा कम से कम पांच डिमेंशिया पीड़ितों, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक थी, के लापता होने की सूचना दी गई थी।
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