आसपास से हटेगा अतिक्रमण
जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां पर बावड़ी का कुआं है। बावड़ी के तीन ओर के मकान अतिक्रमण माने जा सकते हैं। प्रशासन बावड़ी का पूरा दायरा जानने के लिए आसपास से अतिक्रमण भी हटाएगा। शुक्रवार की सुबह करीब 8:30 बजे एएसआई की टीम के राजेश कुमार बावड़ी स्थल पर पहुंचे।
बावड़ी का सिरा और कुएं की तलाश
नगर पालिका के ईओ कृष्ण कुमार सोनकर व सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रियंका सिंह से बावड़ी का सिरा और कुआं तलाशने के लिए कहा। इसके बाद पालिका की एक टीम ऊपरी मंजिल के गलियारों से मिट्टी निकालने में जुट गई तो वहीं दूसरी टीम सड़क की ओर के हिस्से में कुआं और बावड़ी के सिरे की तलाश में खोदाई के लिए जुट गई।
मिट्टी हटाई तो नजर आने लगीं दीवारें
मजदूरों ने सड़क पर खोदाई की तो अंदर गड्ढा नजर आया। ऊपर की मिट्टी हटाई तो दीवारें नजर आने लगीं। सड़क के टाइल्स उखाड़ कर आगे खोदाई कराई तो एक कमरा नजर आया। जिसकी चारों दीवारों पर गेट बने दिखाई दे रहे थे। माना जा रहा है कि यहीं पर बावड़ी का कुआं है। शाम पांच बजे के आसपास खोदाई रोक दी गई।
तीन ओर के मकानों पर हो सकती है अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई
माना जा रहा है कि भूमिगत बावड़ी इंटरलॉकिंग की सड़क पार तक है। वहीं बावड़ी का गेट दूसरी ओर है। जहां दोनों साइड में दो मकान बने हैं। बावड़ी को अस्तित्व में लाने के लिए मकान प्रभावित हो सकते हैं। ईओ कृष्ण कुमार सोनकर ने बताया कि बावड़ी के ऊपर किया गया अतिक्रमण हटाया जाएगा। ऐसे में तीन मकानों पर भी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई हो सकती है।