नागपुर: टिकाऊ ऊर्जा अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, नागपुर नगर निगम (एनएमसी) ने शहर में ट्राम जैसी इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने के लिए अनुबंध प्रक्रिया शुरू की है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित पायलट प्रोजेक्ट के लिए निविदाएं अगले महीने जारी की जाएंगी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा अपने भाषणों में अक्सर उजागर की जाने वाली यह परियोजना अब आधिकारिक लॉन्च के लिए तैयार है। ट्रॉली-इलेक्ट्रिक बसें इनर रिंग रोड के 52 किलोमीटर के हिस्से पर चलेंगी, जिसमें कटोल नाका, एमआईडीसी, हिंगना टी-प्वाइंट, छत्रपति स्क्वायर, कलमना और कैम्पटी रोड जैसे मार्ग शामिल होंगे।
परियोजना की मुख्य बातें
- भारत में अपनी तरह का पहला: पायलट पहल का उद्देश्य शहरी परिवहन में क्रांति लाना है।
- बस डिज़ाइन: प्रत्येक ट्रॉली-ई-बस में तीन परस्पर जुड़ी इकाइयाँ होंगी जिनमें कुल 132 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी।
- लागत प्रभावी यात्रा: डीजल बसों की तुलना में किराया अधिक रहने की उम्मीद है 30% सस्ता.
- सुविधाएं: पूरी तरह से वातानुकूलित बसों में हर सीट पर सीसीटीवी निगरानी, पैकेज्ड भोजन और लैपटॉप होल्डर की सुविधा होगी।
बसों में एक उन्नत वायरलेस चार्जिंग सिस्टम भी है जो एक मिनट के भीतर वाहनों को रिचार्ज करता है, जिससे पूरे दिन कुशल संचालन सुनिश्चित होता है।
रिंग रोड पर हाल ही में आयोजित एक परीक्षण सवारी ने परियोजना की व्यवहार्यता का प्रदर्शन किया, जिससे निविदा प्रक्रिया के बाद चयनित ठेकेदार के साथ समझौते का मार्ग प्रशस्त हुआ।