कांग्रेस में जान फूंकने के लिए पार्टी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन आज से गुजरात के अहमदाबाद में शुरू हो रहा है। इस दौरान कांग्रेस नेता राष्ट्रीय राजनीति की चुनौतियों पर मंथन करेंगे। साथ ही कई कई प्रमुख मुद्दों पर पार्टी का रुख तय कर भविष्य का रोड मैप तैयार किया जाएगा। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पार्टी अधिवेशन से पहले सोमवार को कहा कि ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ जैसे नारों के बावजूद पार्टी आज भी मजबूती से खड़ी है और जनता उसकी ओर उम्मीदों से देख रही है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्मभूमि गुजरात कांग्रेस को इस चुनौतीपूर्ण समय में आगे का रास्ता दिखाएगी।
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कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख खेड़ा ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि समाज का हर वर्ग, चाहे वह मध्यम वर्ग हो, दलित, आदिवासी या अल्पसंख्यक हों, केंद्र और गुजरात में भाजपा शासन के तहत ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। पार्टी की विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक आठ अप्रैल को सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक पर होगी। इसके बाद नौ अप्रैल को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का सत्र होगा।
साबरमती आश्रम और कोचरब आश्रम के बीच साबरमती नदी के तट पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं, कार्य समिति के सदस्यों, सांसदों, और अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत लगभग 1,725 निर्वाचित एवं चयनित एआईसीसी सदस्य भाग लेंगे। पार्टी ने कहा कि अहमदाबाद अधिवेशन का विषय ‘न्यायपथ: संकल्प, समर्पण और संघर्ष’ होगा।
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पहले दिन इन मुद्दों पर होगी चर्चा
कांग्रेस अधिवेशन के पहले दिन सामाजिक न्याय, शिक्षा, बढ़ती महंगाई, जाति जनगणना और देश की आर्थिक स्थिति पर चिंतन किया जाएगा। इसके अलावा देशभर में व्याप्त युवाओं में रोष, बेरोजगारी व दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों के समाधान को लेकर पार्टी अलग-अलग प्रस्ताव भी लेकर आ सकती है।
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