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‘सनातन धर्म को फलते-फूलते देख सकता हूं’
आज बसंत पंचमी को लेकर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य कहते हैं कि, “आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। आज बसंत पंचमी है और होली भी नजदीक है, हर कोई जश्न मना रहा है। मैं सनातन धर्म को फलते-फूलते देख सकता हूं।”
#घड़ी | #MahaKumbh2025 | प्रयाग्राज, उत्तर प्रदेश: जगदगुरु स्वामी रामभादराचार्य कहते हैं, “आज एक बहुत महत्वपूर्ण दिन है। आज बासेंट पंचमी है और होली कोने के आसपास है। हर कोई आनन्दित है। मैं सनातन धर्म को फलते -फूलते हुए देख सकता हूं … ” pic.twitter.com/bz8vlux6n8
– वर्ष (@ani) 3 फरवरी, 2025
9 अखाड़े अब तक लगा चुके हैं डुबकी
बसंत पंचमी के आखिरी अमृत स्नान के दिन अब तक 9 अखाड़े डुबकी लगा चुके हैं। बता दें कि कई अखाड़े तय समय से पहले ही डुबकी लगा चुके हैं और अपने शिविरों में लौट रहे हैं।
नागा साधु नगाड़ों की ताल नाचते हुए पहुंचे
नागा साधु नगाड़ों की ताल पर नाचते हुए पूरे जोश और उत्साह के साथ पहुंचे।
महाकुंभ जा रहे सड़क हादसे में पति-पत्नी की मौत
कानपुर देहात में महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की कार का दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसमें पति-पत्नी की जान चली गई। हादसा उस वक्त हुआ जब राजस्थान से प्रयागराज कुंभ में डुबकी लगाने जा रहा एक परिवार अपनी कार में सवार था।
अमृत स्नान पर खुद नजर रख रहे हैं सीएम योगी
# Mahakhrik2025 | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार बासेंट पंचमी के ‘अमृत स्नैन’ पर अपडेट कर रहे हैं और अपने अधिकारी के युद्ध कक्ष में डीजीपी, प्रमुख सचिव घर और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं … pic.twitter.com/ye0z1bnvb5
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पुष्प वर्षा का मनमोहक दृष्य
बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर त्रिवेणी संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा की गई। 2 फरवरी तक 34.97 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं।
दक्षिण अमेरिका से आई साध्वी महामंडलेश्वर ने क्या कहा?
दक्षिण अमेरिका से महाकुंभ में पहुंचीं साध्वी महामंडलेश्वर श्री देवी मां ने त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान के बाद अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि इस अमृत स्नान में देवी गंगा का आशीर्वाद प्राप्त करना मेरे लिए एक महान सम्मान और सौभाग्य की बात है। महाकुंभ मेला हमारी चेतना को उन्नत करने और एक नई आध्यात्मिक चेतना में प्रवेश करने का एक अद्भुत अवसर है। उनकी इस भावना ने महाकुंभ के वैश्विक महत्व और आध्यात्मिक ऊर्जा को और भी सशक्त किया।
अब तक कितने श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
महाकुंभ 2025 में तीसरे और अंतिम अमृत स्नान का आयोजन पूरे भव्यता के साथ जारी है। सोमवार सुबह 8 बजे तक 62.25 लाख से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं।
किन्नर अखाड़े ने किया अमृत स्नान
संगम में किन्नर अखाड़े ने भी बसंत पंचमी के अवसर पर अमृत स्नान किया। स्नान के बाद अखाड़े की आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने कहा कि मां भगवती सभी पर कृपा बनाए रखें और भारत निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहे। इस पवित्र स्नान के दौरान अखाड़े के अन्य संतों ने भी धर्म और आस्था का परिचय दिया।
#घड़ी | # Mahakhrik2025 | प्रार्थना, यूपी | एक पवित्र डुबकी लेने के बाद, किन्नर अखारा की आचार्य लक्ष्मणामायण त्रिपाठी कहते हैं, “… हो सकता है कि मां भगवान सभी को खुश रखती हैं और भारत आगे बढ़ता रहता है …” pic.twitter.com/acobykvhez
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13 अखाड़ों ने किया संगम में अमृत स्नान
स्वामी कैलाशानंद गिरि ने बसंत पंचमी के अवसर पर कहा कि सभी 13 अखाड़ों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। हमने गंगा मां और भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। यह हमारा तीसरा अमृत स्नान था और सभी नागा साधु इस अवसर को लेकर अत्यंत उत्साहित हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने 13 अखाड़ों के लिए बेहतरीन व्यवस्था की है।साथ ही उन्होंने कहा कि “जो लोग सनातन धर्म का पालन नहीं करते उन्हें इस शाही स्नान से सबक लेना चाहिए और देखना चाहिए कि आज भी साधु सनातन के साथ खड़े हैं और सनातन साधुओं के साथ है।
#घड़ी | # Mahakhrik2025 | प्रार्थना, यूपी | आध्यात्मिक नेता स्वामी कैलाशानंद गिरी कहते हैं, “सभी 13 अखादों ने त्रिवेनी संगम पर एक पवित्र डुबकी लगाई … हमने गंगा मां, भगवान शिव से प्रार्थना की … सभी नागा बहुत उत्साहित हैं … यह हमारा तीसरा ‘अमृत स्नैन’ था … मैं बधाई देता हूं … pic.twitter.com/po5otraarf
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जूना अखाड़े ने संगम में किया अमृत स्नान
बसंत पंचमी के पावन अवसर पर जूना अखाड़े के नागा साधुओं ने संगम में अमृत स्नान किया। इस दौरान उन्होंने पवित्र डुबकी लगाकर धार्मिक आस्था का प्रदर्शन किया जो महाकुंभ के महत्वपूर्ण क्षणों में से एक था।
#घड़ी | # Mahakhrik2025 | Prayagraj, UP: Naga sadhus of the Juna Akhara take a holy dip as part of the Amrit Snan on the occassion of Basant Panchami. pic.twitter.com/1wsr4elltj
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त्रिवेणी संगम की ओर बढ़ रहे हजारों साधु-संत, देखें वीडियो
महाकुंभ मेला क्षेत्र में त्रिवेणी संगम पर ड्रोन से कैद हुए भव्य दृश्यों में हजारों साधु-संत बसंत पंचमी के अवसर पर तीसरे अमृत स्नान के लिए संगम की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं। इस अद्भुत नजारे में आस्था, भक्ति और परंपरा का अनूठा संगम देखने को मिला।
#घड़ी | प्रार्थना, यूपी | # Mahakhrik2025 | महा कुंभ मेला क्षत्र, त्रिवेनी संगम के ड्रोन विज़ुअल्स, हजारों संतों के रूप में और बासेंट पंचमी के अवसरों पर तीसरे अमृत स्नैन के लिए त्रिवेनी संगम की ओर सिर। pic.twitter.com/svfyic6ifr
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साधु-संतों पर की गई फूलों की वर्षा
जनता के कल्याण के लिए लगाऊंगा डुबकी
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा, “मैं अमृत स्नान के लिए जा रहा हूं। यह पवित्र डुबकी मैं जनता के कल्याण के लिए लगाऊंगा। हम सभी एक हैं।” उनके इस संदेश ने श्रद्धालुओं के बीच आध्यात्मिक ऊर्जा और एकता का संकल्प मजबूत किया।
#घड़ी | प्रार्थना, उत्तर प्रदेश | आचार्य महामंदलेश्वर स्वामी अवधशानंद गिरि महाराज ऑफ़ जुन अखारा कहते हैं, “मैं ‘अमृत स्नैन’ के लिए जा रहा हूं। मैं जनता के कल्याण के लिए एक पवित्र डुबकी लगाऊंगा … हम सभी एक हैं … ” pic.twitter.com/pzkvcbyj0x
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सीएम योगी 3:30 बजे से कर रहे मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज प्रातः 3:30 बजे से अपने सरकारी आवास स्थित वॉर रूम से महाकुंभ के अमृत स्नान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वह डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ बसंत पंचमी के अमृत स्नान की नियमित अपडेट ले रहे हैं और आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। इस तीसरे और अंतिम अमृत स्नान के तहत प्रथम अखाड़े का स्नान सकुशल संपन्न हो चुका है।
संगम तट पहुंचा जूना अखाड़ा
बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर जूना अखाड़ा अमृत स्नान के लिए संगम तट पर पहुंचा। अखाड़े के साधु-संत पारंपरिक अंदाज में स्नान कर धर्म और आस्था की परंपरा का निर्वाह कर रहे हैं।
#घड़ी | #MahaKumbh2025 | Prayagraj, Uttar Pradesh: The Juna Akhada reaches for the ‘Amrit Snan’ on the occassion of Basant Panchami. pic.twitter.com/csvam6kdgj
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शिक्षा से जुड़ी वस्तुओं का दान
बसंत पंचमी (Basant Panchami Amrit Snan) का दिन माता सरस्वती को समर्पित होता है जो ज्ञान और विद्या की देवी मानी जाती हैं। इस शुभ अवसर पर शिक्षा से जुड़ी वस्तुओं का दान करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। जरूरतमंद विद्यार्थियों को किताबें, पेन और अन्य शैक्षिक सामग्री दान करना विशेष शुभ होता है। इसके अलावा पीले रंग के भोज्य पदार्थ और वस्त्रों का दान भी इस दिन का विशेष महत्व रखता है जिससे शुभ फल प्राप्त होते हैं।