इस बार दिल्ली में दो तिहाई बहुमत से भाजपा की सरकार बनने जा रही है। दिल्ली के लोग आम आदमी पार्टी (आप) के झूठ से ऊब गए हैं। अपनी नाकामी छिपाने के लिए आप संयोजक अरविंद केजरीवाल किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बातें पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने बुधवार को अमर उजाला दफ्तर में कहीं। वे दिल्ली चुनाव पर बातचीत के लिए मौजूद थे।
अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना में जहर छोड़ने का आरोप लगाया है?
कोई व्यक्ति इतना कैसे गिर सकता है। जिस धरती पर उनका जन्म हुआ, उसी धरती को अपमानित किया। यमुना दिल्ली में प्रवेश से पहले स्वच्छ दिखाई देती है। लेकिन, यहां आते ही गंदे नाले में तब्दील हो जाती है। केजरीवाल ने पांच साल पहले कहा था कि वह यमुना में डुबकी लगाएंगे और इसे साफ करके दिखाएंगे। लेकिन, हजारों करोड़ रुपये का घोटाला किया और यमुना साफ नहीं हो पाई।
वे आरोप लगाते हैं कि भाजपा ने ही काम नहीं करने दिया, जेल भेज दिया।
पहली बात तो यह कि वे शराब घोटाले में जेल गए। इसके अलावा अगर पांच महीने जेल गए भी तो बाकी समय क्या किया। केंद्र के दिए 8500 करोड़ रुपये कहां गए। क्लासरूम, मोहल्ला क्लीनिक, बस घोटाला आदि करने के लिए केजरीवाल के पास समय है, लेकिन यमुना साफ करवाने के लिए समय नहीं है।
आम आदमी पार्टी कह रही है कि दिल्ली में अगर भाजपा आएगी तो आप की जो भी योजनाएं चल रही है, बंद कर दी जाएंगी?
मैं कल पटपड़गंज विधानसभा में था। वहां की एक सोसाइटी का पानी का बिल 14,95,605 रुपये आया है। ऐसी कई और सोसाइटियां भी हैं। जबकि दिल्ली जल बोर्ड का एक बूंद भी पानी नहीं लेते। सवाल है कि अगर 21,000 लीटर पानी मुफ्त था, तो किसको मिला? बिजली के बिल बढ़े हुए आ रहे हैं, मुफ्त बिजली किसको मिली। दिल्ली में जो भी कल्याणकारी योजना है, वह रहेगी।
केंद्र की पूरी टीम चुनाव में दमखम के साथ उतरती है, बावजूद केजरीवाल 2013 से लगातार सत्ता में है?
काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। केजरीवाल हर बार झूठ बोलते हैं। इस बार वह बेनकाब हो चुके हैं। राजनीति की एबीसीडी बदलने निकले केजरीवाल के 11 साल सभी के सामने है। उन्होंने जनता की जेब को खाली कर दिया है।
आप के पीछे-पीछे सभी पार्टियां मुफ्त बांटने की होड़ में हैं। चुनाव फ्रीबीज (मुफ्त योजनाओं) पर लड़ा जाएगा?
केजरीवाल अपनी असफलता से लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं। इसलिए, जनता के बीच नए-नए विषय फेंकते रहते हैं। लेकिन जनता जागरूक है। वह सड़क भी देखती है और उस पर बहता सीवर भी। नल में आता गंदा पानी भी और फेंफड़ों को काला करतीं हवाएं भी।
दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश है लेकिन, घरों में पीने का पानी तक नहीं आता है। केंद्र की जिम्मेदारी नहीं बनती? सत्ता में आना ही क्यों जरूरी है?
एक चुनी हुई सरकार की राज्य में भूमिका है कि नहीं। जहां जल जीवन मिशन देश की सभी सरकारों ने लागू किया, इसे यहां भी लागू करने में दिल्ली सरकार को क्या आपत्ति है। आयुष्मान भारत का भी यही हाल है। इसलिए हमारी सरकार बनाना जरूरी है। हम स्मॉग टावर चालू कराएंगे।
भाजपा कितनी सीटें लाएगी?
जनता को आप के भ्रष्टाचार, अहंकार और आपराधिक छवि के बारे में सब पता चल चुका है। भाजपा दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी। जनता के मन में है कि बदलकर रहेंगे, अब न सहेंगे।