दिल्ली प्रदूषण: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सोमवार सुबह 6 बजे AQI 255 दर्ज किया गया। पिछले सप्ताह तीन दिनों तक मध्यम श्रेणी में रहने के बाद वायु गुणवत्ता फिर से बिगड़ने लगी है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण स्तर में वृद्धि का मुख्य कारण प्रतिकूल मौसम स्थितियां, जैसे हवा की धीमी गति और बादलों की उपस्थिति है।
मौसम विभाग (IMD) ने 17 फरवरी को सुबह हल्का कोहरा छाने की संभावना जताई है, जबकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 29 और 11 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। इसके अलावा, 19 और 20 फरवरी को हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
AQI का हाल: दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण स्तर
Delhi में सुबह 7 बजे विभिन्न स्थानों पर दर्ज AQI निम्नलिखित रहा:
- विवेक विहार – 307
- आनंद विहार – 307
- रोहिणी – 301
- आर के पुरम – 255
- अशोक विहार – 281
- चांदनी चौक – 232
- आईटीओ – 285
- जहांगीरपुरी – 273
- पटपड़गंज – 263
- पंजाबी बाग – 267
- पूसा – 210
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राजधानी के अधिकांश क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। विवेक विहार और आनंद विहार जैसे इलाकों में AQI 300 से अधिक पहुंच चुका है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
मौसम में बदलाव के बीच बढ़ता प्रदूषण
Delhi में तापमान धीरे-धीरे बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट और अधिकतम तापमान में करीब 2 डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई। फिलहाल अधिकतम तापमान 27-29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 10-12 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, 18 और 19 फरवरी को वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रह सकती है। हालांकि, अगले छह दिनों तक इसके ‘खराब’ से ‘मध्यम’ श्रेणी में रहने की उम्मीद है।
प्रदूषण को रोकने के लिए उठाए गए कदम
Delhi प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत चरण-I और चरण-II के नियम लागू किए गए हैं। प्रदूषण नियंत्रण उपायों में निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध, सड़क की धूल को कम करने के लिए पानी का छिड़काव और सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा देना शामिल है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने 3 फरवरी को वायु गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए GRAP के चरण-III के तहत लागू प्रतिबंध हटा दिए थे। हालांकि, यदि प्रदूषण बढ़ता है, तो कड़े प्रतिबंध फिर से लागू किए जा सकते हैं।
दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण के उच्च स्तर पर बने रहने की संभावना है। हालांकि, 19 और 20 फरवरी को संभावित बारिश से इसमें सुधार की उम्मीद की जा रही है।