अगर देओगर पुलिस ने महिला की मौत की जाँच कीवघर-सारठ एनएच पर रविवार को कुंडा थाना क्षेत्र के लालकोठी के पास पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान दोपहर करीब 3:30 बजे देवघर की ओर से आ रही एक बाइक को रुकने का इशारा किया गया। बाइक सवार ने रुकने के बजाय गति तेज कर दी, जिससे वाहन अनियंत्रित हो गया और बाइक पर बैठी महिला गिर पड़ी।
महिला को गंभीर चोट लगी और उसे तुरंत पास के मेधा सेवा सदन अस्पताल ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से गुस्साए लोगों ने महिला के शव को अस्पताल से बाहर निकालकर सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। देखते ही देखते सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
रिश्तेदारों ने पुलिस पर किया हमला
घटना के बाद, महिला के परिजन और रिश्तेदार वहां पहुंचे और पुलिस से भिड़ गए। उन्होंने लाठी-डंडों और मुक्कों से महिला पुलिसकर्मियों समेत कई पुलिसवालों के साथ मारपीट की। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि करीब तीन घंटे तक हंगामा जारी रहा।
सड़क पर टायर जलाकर किया प्रदर्शन,गुस्साए लोगों ने बीच सड़क पर मालवाहक गाड़ियां और ट्रैक्टर खड़े कर दिए और यातायात को पूरी तरह रोक दिया। प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर विरोध किया।
मृतका शादी में जा रही थी
बेटे ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए मृतका रेणु देवी (40) जसीडीह थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव की रहने वाली थीं। वह अपने बेटे मोहन कुमार साव के साथ बेटी के घर नतिनी की शादी में शामिल होने जा रही थीं। मोहन का आरोप है कि पुलिस ने चेकिंग के दौरान उसकी मां को जबरदस्ती पकड़कर खींचा, जिससे वह गिर गई और उसकी मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को गलत बताया है।
पुलिस ने दी सफाई
सीसीआर सह यातायात डीएसपी लक्ष्मण प्रसाद ने कहा कि पुलिस ने सिर्फ बाइक रोकने का इशारा किया था। लेकिन चालक भागने लगा, जिससे बाइक अनियंत्रित हो गई और महिला गिर गई। इसके बाद स्थिति बिगड़ गई और लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पुलिस ने सख्ती दिखाकर हटवाया जाम
प्रदर्शन के दौरान, पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट हुई।गुस्साए लोगों ने यातायात पुलिस और स्थानीय थाना पुलिस के कई अधिकारियों से मारपीट की। जसीडीह थाना के एसआई रामबच्चन सिंह, महिला पुलिसकर्मी ममता देवी, यातायात जवान रंजीत मुंडा, श्याम कुमार, उमेश कुमार और कुंडा थाना के एएसआई ओमप्रकाश को लोगों ने पीटा।
वीडियो रिकॉर्डिंग कर पुलिस ने की कार्रवाई
हालात को संभालने के लिए एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह, नगर थाना प्रभारी राजीव कुमार, इंस्पेक्टर अनिल कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पहले लोगों को शांत करने की कोशिश की गई, लेकिन जब वे नहीं माने तो पुलिस ने सख्ती दिखाई।
आश्वासन के बाद हटा जाम
सीसीआर सह यातायात डीएसपी ने मृतका के परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। इसके बाद शाम 6:30 बजे जाम खत्म किया गया। पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
देवघर में हुई यह घटना पुलिस चेकिंग के दौरान हुई लापरवाही को उजागर करती है। एक मासूम महिला की जान चली गई, जिससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। हालांकि, पुलिस इसे दुर्घटना बता रही है, लेकिन परिजनों के आरोपों की भी जांच होनी चाहिए। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सही तरीके से चेकिंग होनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
। समाचार (टी) ब्रेकिंग न्यूज झारखंड (टी) News1india
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