Kanpur News : प्रतिबंधित चाइनीज मांझे ने काट दी बुजुर्ग की नाक, लगवाने पड़े सात टांके


कानपुर समाचार: प्रतिबंधित चाइनीज मांझा लोगों पर मौत बनकर मंडरा रहा है, जबकि पतंगबाजी के लिये इसकी बिक्री बदस्तूर जारी है। कानपुर में स्कूटी से घर जा रहे एक बुजुर्ग चाइनीज मांझा की चपेट में आ गये। जिससे उनकी नाक कट गई। मांझे को हटाने के चक्कर में बुजुर्ग के हाथ जख्मी हो गये। गनीमत रही कि उस वक्त उनकी स्कूटी अनियंत्रित नहीं हुई, नहीं तो जान पर आ सकती थीं। बुजुर्ग को लहुलुहान देख पीछे से चल रहे दोस्तों ने फौरन उन्हें प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जहां उन्हें सात टांके लगाये गये। पूरा मामला कैंट के शिव नारायण टंडन सेतु का है।

मांझा हटाते समय स्कूटी हुई डिस बैलेंस

श्याम नगर डी ब्लॉक निवासी राजेन्द्र पांडेय रेलवे के रिजेक्ट सामान के खरीद-फरोख्त करने का काम करते है। पत्नी रुकमणी ने बताया कि उनके पति स्कूटी से माल रोड से घर आ रहे थे। उनके साथ दूसरी बाइक से पीछे दोस्त भी आ रहे थे। तभी कैंट के शिव नारायण टंडन सेतु पर कटकर आ रही पतंग का चाइनीज मांझे ने राजेन्द्र राजेंद्र के चेहरे में फस गया। इससे पहले कि वह कुछ समझते तब तक मांझा उनकी नाक रेतकर निकल चुका था।

गनीमत रही कि मांझा हटाने के दौरान उनकी स्कूटी अनियंत्रित नहीं हुई, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि, इस दौरान राजेन्द्र के हाथ जरूर जख्मी हो गये। राजेन्द्र को लहुलुहान देख पीछे से बाइक से आ रहे दोस्त तुरंत उन्हें प्राइवेट नर्सिंग होम ले गये। फिर परिजनों को घटना की जानकारी दी। आनन-फानन में परिजन अस्पताल पहुंचे। वहीं डॉक्टर ने राजेन्द्र की नाक पर सात टांके लगाने के साथ आराम करने की सलाह दी हैं।

भाजपा नेता समेत तीन लोगों को डोर ने जकड़ा

मई-2017 में बेनाझाबर कॉलोनी निवासी भाजापा नेता संतोष निगम की गर्दन चुन्नीगंज में चाइनीज मांझे की चपेट में आने से कट गई थीं।अक्टूबर-2022 में बर्रा के जरौली फेस-2 निवासी प्रॉपर्टी डीलर रामेंद्र शुक्ला बाइक से पत्नी अरुणा के साथ जा रहे थे। रास्ते में रामेंद्र की गर्दन में चाइनीज मांझा फंस गया था। उनके नौ टांके लगे थे। जबकि बाइक अनियंत्रित होकर गिरने से दंपति गंभीर रूप से घायल हो गये थे। परेड में भी जानलेवा मांझा की चपेट में आने से बर्रा निवासी गुड्डू बुरी तरह लहुलुहान हो गये थे। काफी खून उनका बह गया था।

स्कूटी चला रहे युवक की मांझे से गई थी जान

वर्ष 2012 में कैंट निवासी युवक अपनी भांजी को परीक्षा दिलाने जा रहा था। वह बड़ा चौराहा चौराहा स्थित डिग्री कॉलेज जा रहा था। मालरोड पुल पर वह चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया और कुछ दूर चलकर गिर पड़ा। राहगीर केपीएम अस्पताल लेकर पहुंचे जहां से हैलट भेजा गया। वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। परिजनों में कोहराम मच गया।

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शांति नगर, खपरा मोहाल व हरबंश मोहाल पतंग बाजी का गढ़ है। खपरा मोहाल में शाम होते ही सैंकड़ों पतंगे हवा में उड़ती नजर आने लगती। नतीजा चार साल पहले शांति नगर निवासी अमित तोमर का मासूम बेटा श्रीमित झेल चुका है। वह मां के साथ स्कूटी में था। चाइनीज मांझे ने गर्दन इस कदर रेती कि बीस टांके श्रीमित को लगे थे। अमित तोमर से रेल बाजार में मुकदमा दर्ज कराया था।



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