Nigeria: नाइजीरियाई सैनिकों ने 79 आतंकवादियों-अपहरणकर्ताओं को मार गिराया, 252 लोगों को किया गिरफ्तार



आतंकवादी। (प्रतीकात्मक)
– फोटो : ANI

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नाइजीरियाई सैनिकों पूर्वोत्तर में इस्लामी आतंकवादियों के दशकों पुराने विद्रोह और उत्तर-पश्चिम में विभिन्न सशस्त्र समूहों के हमलों को लक्ष्य करते हुए पिछले सप्ताह में 79 आतंकवादियों और संदिग्ध अपहरणकर्ताओं को मार गिराया। सेना ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि पश्चिमी अफ्रीकी देश को सुरक्षित करने का प्रयास तेजी से किया जा रहा है, क्योंकि पूर्वोत्तर क्षेत्र में अबतक 35,000 नागरिक मारे जा चुके हैं और 20 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं।

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सेना के प्रवक्ता ने जारी किया बयान

नाइजीरियाई सेना के प्रवक्ता एडवर्ड बूबा ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, नाइजीरिया की सेना की तरफ से चलाए गए अभियान में 252 लोगों को गिरफ्तार किया गया और आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए 67 बंधकों को मुक्त कराया गया। नाइजीरिया के उत्तर-पश्चिम में अपहरण आम घटना बन गई है। यहां सशस्त्र समूह गांवों और सड़कों पर हमला करने के लिए  क्षेत्र की सीमित सुरक्षा उपस्थिति का फायदा उठाते हैं।कई पीड़ितों को फिरौती के भुगतान के बाद ही रिहा किया जाता है।

कच्चे तेल की चोरी से जुड़े 28 संदिग्ध भी गिरफ्तार

2014 में पूर्वोत्तर राज्य बोर्नो के चिबोक गांव में बोको हराम चरमपंथियों द्वारा 276 स्कूली छात्राओं का अपहरण और फिर सेना और सशस्त्र समूहों के बीच संघर्ष के साथ नाइजीरिया ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। गिरफ्तार किए गए लोगों में कच्चे तेल की चोरी से जुड़े 28 संदिग्ध भी शामिल है। पिछले साल नाइजीरिया एक्सट्रैक्टिव इंडस्ट्रीज ट्रांसपेरेंसी इनिशिएटिव ने बताया था कि 2009 और 2020 के बीच कच्चे तेल की चोरी के कारण नाइजीरिया को 46 बिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ था।

नाइजीरियाई सेना ने एक स्वतंत्र बियाफ्रा राज्य के निर्माण की मांग करने वाले अलगाववादी समूह, इंडिजिनस पीपल ऑफ बियाफ्रा के सात संदिग्ध सदस्यों को भी गिरफ्तार किया। दक्षिण-पूर्वी नाइजीरिया में 1960 से ही अलगाववादी यह अभियान चला रहा है। बियाफ्रा गणराज्य ने पश्चिम अफ्रीकी देश से स्वतंत्र होने के लिए 1967 से 1970 तक गृह युद्ध लड़ा और हार गया। ऐसा बताया जाता है कि इस संघर्ष में 10 लाख लोग मारे गए, उनमें से कई लोगों की मौत भूख से हुई थी। इसके एक नेता साइमन एकपा को सोशल मीडिया पर हिंसा भड़काने के आरोप में नवंबर में फिनलैंड में गिरफ्तार किया गया था।



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