भारत एक बहुलवादी लोकतंत्र, एक-धर्मी राष्ट्र नहीं बन सकता है, सिद्धारमैया कहते हैं

CODAG: कई लोगों को यह देखते हुए कि भारत को एक धर्मी राष्ट्र कहा जाता है,…

भारत एक बहुलवादी लोकतंत्र, एक-धर्मी राष्ट्र नहीं बन सकता है, सिद्धारमैया कहते हैं

कोडागु, (कर्नाटक) 31 जनवरी (आईएएनएस) ने कई लोगों को नोट करते हुए भारत को एक-धर्मी राष्ट्र…

‘सिनोसेंट्रिकिज्म’ नहीं बल्कि गहरा बहुलवाद: ऐतिहासिक एशियाई अंतर्संबंधों से अंतर्दृष्टि

हम वैश्विक व्यवस्था परिवर्तन के बीच में हैं। वर्तमान व्यवस्था, पिछली दो शताब्दियों की पश्चिम-केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय…