पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई। सड़क जाम करने से रोकने पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
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वीडियो | पश्चिम बंगाल: लोग मुर्शिदाबाद के जंगपुर में वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हैं। विरोध हिंसक हो गया क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर एक पुलिस वाहन की बर्बरता की और आग लगा दी।
संसद से पारित हुए वक्फ संशोधन कानून का लगातार विरोध हो रहा है। पीटीआई के मुताबिक मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में लोगों ने वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोका तो प्रदर्शनकारी का आक्रोश बढ़ गया। प्रदर्शन हिंसक हो गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की और उसे आग लगा दी। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले दागे।
इसे लेकर भाजपा ने टीएमसी पर हमला बोला है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल फिर से आग की लपटों में है। सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी है। इस बार मुर्शिदाबाद में मुस्लिम भीड़ वक्फ अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतर आई है। ममता बनर्जी ने बंगाल के विशाल क्षेत्रों पर नियंत्रण खो दिया है, जो अप्राकृतिक जनसांख्यिकीय बदलाव और अवैध घुसपैठ के कारण राज्य प्रशासन के लिए दुर्गम हो गए हैं। अब वह केवल उनके वोटों की प्रत्याशा में गिड़गिड़ाने के अलावा कुछ नहीं कर सकती। उन्हें 2026 में जाना ही होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधेयक को मंजूरी दी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को अपनी मंजूरी दी है। इसे बजट सत्र के दौरान संसद ने पारित किया था। राष्ट्रपति ने मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2025 को भी अपनी मंजूरी दे दी है। शनिवार को जारी कानून मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने दोनों विधेयकों को अपनी मंजूरी दे दी है। शुक्रवार को राज्यसभा ने विधेयक के पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 मतों से इसे पारित किया था, जबकि लोकसभा ने लंबी बहस के बाद गुरुवार को विधेयक को मंजूरी दे दी थी। यहां 288 सांसदों ने इसके पक्ष में और 232 ने इसके विरोध में मतदान किया था।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई। सड़क जाम करने से रोकने पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
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संसद से पारित हुए वक्फ संशोधन कानून का लगातार विरोध हो रहा है। पीटीआई के मुताबिक मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में लोगों ने वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोका तो प्रदर्शनकारी का आक्रोश बढ़ गया। प्रदर्शन हिंसक हो गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की और उसे आग लगा दी। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले दागे।
इसे लेकर भाजपा ने टीएमसी पर हमला बोला है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल फिर से आग की लपटों में है। सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी है। इस बार मुर्शिदाबाद में मुस्लिम भीड़ वक्फ अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतर आई है। ममता बनर्जी ने बंगाल के विशाल क्षेत्रों पर नियंत्रण खो दिया है, जो अप्राकृतिक जनसांख्यिकीय बदलाव और अवैध घुसपैठ के कारण राज्य प्रशासन के लिए दुर्गम हो गए हैं। अब वह केवल उनके वोटों की प्रत्याशा में गिड़गिड़ाने के अलावा कुछ नहीं कर सकती। उन्हें 2026 में जाना ही होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधेयक को मंजूरी दी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को अपनी मंजूरी दी है। इसे बजट सत्र के दौरान संसद ने पारित किया था। राष्ट्रपति ने मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2025 को भी अपनी मंजूरी दे दी है। शनिवार को जारी कानून मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने दोनों विधेयकों को अपनी मंजूरी दे दी है। शुक्रवार को राज्यसभा ने विधेयक के पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 मतों से इसे पारित किया था, जबकि लोकसभा ने लंबी बहस के बाद गुरुवार को विधेयक को मंजूरी दे दी थी। यहां 288 सांसदों ने इसके पक्ष में और 232 ने इसके विरोध में मतदान किया था।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई। सड़क जाम करने से रोकने पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
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संसद से पारित हुए वक्फ संशोधन कानून का लगातार विरोध हो रहा है। पीटीआई के मुताबिक मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में लोगों ने वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोका तो प्रदर्शनकारी का आक्रोश बढ़ गया। प्रदर्शन हिंसक हो गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की और उसे आग लगा दी। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले दागे।
इसे लेकर भाजपा ने टीएमसी पर हमला बोला है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल फिर से आग की लपटों में है। सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी है। इस बार मुर्शिदाबाद में मुस्लिम भीड़ वक्फ अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतर आई है। ममता बनर्जी ने बंगाल के विशाल क्षेत्रों पर नियंत्रण खो दिया है, जो अप्राकृतिक जनसांख्यिकीय बदलाव और अवैध घुसपैठ के कारण राज्य प्रशासन के लिए दुर्गम हो गए हैं। अब वह केवल उनके वोटों की प्रत्याशा में गिड़गिड़ाने के अलावा कुछ नहीं कर सकती। उन्हें 2026 में जाना ही होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधेयक को मंजूरी दी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को अपनी मंजूरी दी है। इसे बजट सत्र के दौरान संसद ने पारित किया था। राष्ट्रपति ने मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2025 को भी अपनी मंजूरी दे दी है। शनिवार को जारी कानून मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने दोनों विधेयकों को अपनी मंजूरी दे दी है। शुक्रवार को राज्यसभा ने विधेयक के पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 मतों से इसे पारित किया था, जबकि लोकसभा ने लंबी बहस के बाद गुरुवार को विधेयक को मंजूरी दे दी थी। यहां 288 सांसदों ने इसके पक्ष में और 232 ने इसके विरोध में मतदान किया था।